meri kabr 09:26

किसी शायर ने क्या खूब कहा है :
वो आती है रोज़ मेरी “कब्र”पर अपने हमसफ़र के साथ ..
कौन केहता है के “दफनाने” के बाद “जलाया” नहीं जाता..

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